अभिनेता कमाल आर खान की गिरफ्तारी:
विवादों का अंत नहीं
अभिनेता और फिल्म समीक्षक कमाल आर खान को सोमवार को मुंबई हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 2016 में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें उन पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप है।
खान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर कहा कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है और उन्हें थाने या जेल में भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा, “अगर मैं मर जाता हूं, तो हर किसी को पता होना चाहिए कि यह हत्या है।”
खान अक्सर बॉलीवुड हस्तियों की आलोचना करने के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उन्होंने फिल्म “आरआरआर” की आलोचना करते हुए कहा था कि यह एक खराब फिल्म है और निर्देशक एस.एस. राजामौली को जेल जाना चाहिए।
खान की गिरफ्तारी से बॉलीवुड में खलबली मच गई है। कई लोगों ने इस गिरफ्तारी की निंदा की है।
खान का विवादों से पुराना नाता
खान विवादों में घिरने के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उन्हें कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है।
2020 में उन्हें दिवंगत अभिनेता इरफान खान और ऋषि कपूर के बारे में आपत्तिजनक ट्वीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
2021 में उन्हें अपनी फिटनेस ट्रेनर के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
खान की गिरफ्तारी से एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन हो रहा है?
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन
कुछ लोगों का मानना है कि खान की गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है। उनका कहना है कि खान ने जो कुछ भी कहा है, वह उनकी व्यक्तिगत राय है और इसके लिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए।
दूसरी ओर, कुछ लोगों का मानना है कि खान ने धार्मिक भावनाओं को भड़काया है और इसलिए उनकी गिरफ्तारी उचित है।
इस मामले में अंतिम फैसला कोर्ट करेगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि खान की गिरफ्तारी से एक बार फिर यह बहस छिड़ गई है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कितनी सुरक्षित है।